Sharab Jaisi BeautifulBy Tamzid Rafi / May 6, 2025 तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो, बहुत नाज़ुक हो ख्वाब जैसी हो, होठों से लगाकर पी जायूँ तुम्हें, सर से लेकर पाँव तक शराब जैसी हो।